क्या कोरोना जैसा है HMPV वायरस; लॉकडाउन की बातें क्यों हो रहीं? देश में इससे कितना खतरा, डॉक्टरों ने डिटेल में सब कुछ बता दिया

Is HMPV virus like Corona Spread in China Human Metapneumovirus Update

Is HMPV virus like Corona Spread in China Human Metapneumovirus

HMPV Virus Cases: कोरोना वायरस की भयानक महामारी के बाद अब चीन में HMPV वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। खासकर चीन के जिस वुहान से कोरोना का जन्म हुआ। वहां स्थिति और ज्यादा बिगड़ी हुई बताई जाती है। इधर चीन में बढ़ते मामलों के बीच खलबली तब मच गई। जब भारत में भी HMPV वायरस के मामले सामने आए। 6 जनवरी को एक दिन में 5 के करीब मामले सामने आए। जिससे देश में लोगों में एक हलचल सी पैदा होने लगी।

सोशल मीडिया पर लोग HMPV वायरस को लेकर कुछ डरे हुए देखे गए। लोग बातें कर रहे थे कि, यह कोरोना जैसा ही वायरस है और इस HMPV वायरस के चलते भी देश में लॉकडाउन लग सकता है। वहीं लोगों के मन में सवाल रहे कि, HMPV वायरस कैसे अटैक करता है। क्या यह भी कोरोना की तरह ही एक-दूसरे में फैलता है। इसके लक्षण कैसे हैं? क्या HMPV वायरस से मौत हो जाती है? ऐसे कई सवालों के जवाब आज यहां डिटेल में मिलेंगे।

क्या कोरोना जैसा है HMPV वायरस?

सबसे ज्यादा चर्चा में सवाल यही है कि, क्या कोरोना जैसा है HMPV वायरस? इस पर देश के कई सीनियर डॉक्टरों ने जानकारी साझा की है। दिल्ली एम्स के डॉक्टरों की तरफ से भी HMPV वायरस को लेकर जानकारी दी गई। एम्स के इंटरनल मेडिसिन के अतिरिक्त प्रोफेसर डॉ. नीरज निश्चल ने कहा कि, ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) की तुलना कोरोना वायरस से करना ठीक नहीं होगा। क्योंकि कोरोना पूरी तरह से नया वायरस था और हममें से किसी में भी इसके खिलाफ प्रतिरक्षा (प्रतिरोधक क्षमता) नहीं थी।

HMPV Virus क्या है?

डॉ. नीरज निश्चल ने बताया कि, HMPV वायरस कोई नया वायरस नहीं है। साक्ष्यों के आधार पर यह वायरस हमारे बीच 1950 के दशक से मौजूद रहा है और इसे सबसे पहले नीदरलैंड में 2001 में डिटेक्ट किया गया था। डॉ. नीरज निश्चल के अनुसार, अधिकांश छोटे बच्चे और बुजुर्ग HMPV वायरस की चपेट में आते हैं। मगर 10 वर्ष की आयु तक अधिकांश बच्चों में इसके खिलाफ प्रतिरक्षा विकसित हो जाती है। जिससे उनका बचाव HMPV वायरस से हो जाता है।  

वहीं वरिष्ठ डॉक्टर और पीएसआरआई इन्स्टीट्यूट ऑफ पल्मोनरी के अध्यक्ष जीसी खिलनानी ने बताया कि, इस HMPV वायरस के चीन के बाद भारत में मामले सामने आए हैं। चूंकि यह चीन के बाद भारत में फैला है। इसलिए लोग ज्यादा पैनिक कर रहे हैं। उन्हें डर है कि, कोरोना भी चीन से फैला था और यह भी चीन के बाद भारत में फैल रहा है। ऐसे में कहीं 5 साल पहले वाली कोरोना की स्थिति फिर से न बन जाये और देश में लॉकडाउन लग जाये।

खिलनानी ने कहा कि, लोग इसलिए भी डर रहे हैं क्योंकि चीन से जो वीडियो सामने आ रहे हैं उनमें इस वायरस के चलते श्मशान में शवों के ढेर और अस्पतालों में इस वायरस से संक्रमित मरीजों की बढ़ती हुई भारी संख्या दिखाई जा रही है। लेकिन लोगों को इस वायरस से ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है।

डॉक्टर जीसी खिलनानी ने बताया कि, यह HMPV वायरस RNA टाइप जरूर है मगर कोरोना की तरह नहीं है। यह एक साधारण वायरस है और बहुत समय पहले से हमारे बीच में है। भारत में इसको ज्यादा डायग्नोस नहीं किया जाता। इसे सबसे पहले नीदरलैंड में 2001 में डिटेक्ट किया गया था। डॉक्टर जीसी खिलनानी ने बताया कि, यह वायरस 5 साल से छोटे बच्चों को ज्यादा ग्रसित करता है। खासकर 2 साल से कम उम्र के बच्चे इसकी चपेट में सबसे ज्यादा आते हैं। वहीं 5 साल की उम्र या इससे ऊपर की उम्र होने पर बच्चों में प्रतिरोधक क्षमता आ जाती है।

डॉक्टर खिलनानी के अनुसार, कुछ प्रतिशत बच्चों में HMPV वायरस के चलते खांसी-जुकाम और बुखार के अलावा उन्हें मिर्गी की शिकायत भी पैदा हो सकती है। उनके दिमाग पर असर हो सकता है। इसके अलावा कई बच्चों को निमोनिया भी हो सकता है और उन्हें आईसीयू केयर की भी जरूरत पड़ सकती है। इसके अलावा यह HMPV वायरस 65-70 साल और इससे ऊपर उम्र के बुजुर्गों के लिए भी घातक है। उन्हें भी निमोनिया हो सकता है और आईसीयू की जरूरत पड़ सकती है।

HMPV Virus से किसे है सबसे ज्यादा खतरा?

डॉक्टर खिलनानी के अनुसार, सामान्य बच्चों और बुजुर्गों के अलावा कमजोर इम्यून सिस्टम वाले इस HMPV वायरस का शिकार हो सकते हैं। खासकर शुगर, एचआईवी, कैंसर और बोनमैरो ट्रांसप्लांट वाले मरीजों को इस वायरस का काफी ज्यादा खतरा हो सकता है और वह गंभीर रूप से बीमार हो सकते हैं और उनके लिए जोखिम पैदा हो सकता है। उनकी जान भी जा सकती है। हालांकि, डॉक्टर खिलनानी ने कहा कि, HMPV वायरस से बहुत ज्यादा डरने की जरूरत नहीं है।

HMPV Virus कैसे फैलता है?

डॉक्टर खिलनानी के अनुसार, HMPV Virus के भी कुछ-कुछ कोरोना जैसे ही लक्षण हैं और यह भी हवा में फैलता है। HMPV Virus एयर बोर्न है। यानि यह खांसी और सांस के जरिए हवा में फैलता है और नजदीकी व्यक्ति को संक्रमित कर देता है। लेकिन इसकी एक खासियत यह है कि, हर जगह यह अपना विस्तार नहीं कर पाता है। यह सिर्फ फेफड़ों में भी विस्तार ले सकता है। जिसके चलते इसे कंट्रोल करना आसान हो जाता है।

डॉक्टर खिलनानी ने बताया कि, अगर कमरे में किसी संक्रमित व्यक्ति ने खांसा है तो यह वायरस में कमरे में लगभग 6 घंटे तक जिंदा रहेगा। मतलब अगर टेबल पर खांसी की गई है तो उस टेबल को छूने वाले को यह वायरस हो सकता है। इसलिए यह ध्यान रखा जाये कि HMPV Virus खाँसने से, छींकने से, संक्रमित व्यक्ति को छूने से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है।

HMPV Virus के लक्षण?

HMPV वायरस के लक्षणों की बात करें तो शुरुवाती लक्षण काफी हद तक वायरल, फ्लू जैसे होते हैं। यानि इसके लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम और खांसी के समान होते हैं। नाका बहना, नाक बंद होना, खांसी आना, घरघराहट होना, गले में खराश और इस वायरस के गंभीर मामलों में संक्रमित मरीजों को सांस लेने में दिक्कत भी हो सकती है। ये लक्षण आमतौर पर वायरस के संपर्क में आने के तीन से छह दिन बाद दिखाई देते हैं।

HMPV Virus से कैसे बचा जाए?

डॉक्टर खिलनानी के अनुसार, HMPV Virus का बचाव भी कोरोना वायरस के तरीकों से ही रखना है। खिलनानी ने बताया कि, बच्चे-बुजुर्ग और कमजोर इम्यून सिस्टम और बीमार लोग भीड़-भाड़ वाली जगहों पर न जायें। हो सकता है कि, जिनको सर्दी-जुकाम और खांसी जैसे लक्षण है, उनको HMPV Virus हो सकता है। वे ये न सोचें कि वो विदेश नहीं गए तो कैसे हो जाएगा। इसलिए सार्वजनिक चीजों को छूने से बचें। समय-समय पर अपने हाथों को साबुन से धोते रहें और मास्क का उपयोग करें। घबराने की कोई जरूरत नहीं है।

स्वास्थ्य मंत्री ने जारी किया वीडियो

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) को लेकर केंद्र सरकार अलर्ट मोड में है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने हाल ही में एक वीडियो जारी कर लोगों से कहा था कि, इस वायरस को लेकर डरने और घबराने की जरूरत नहीं है। जेपी नड्डा ने कहा था, ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) कोई नया वायरस नहीं है और यह कई सालों से वैश्विक स्तर पर फैल रहा है।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि, देश की स्वास्थ्य प्रणाली और निगरानी नेटवर्क सतर्क रहते हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि देश किसी भी उभरती स्वास्थ्य चुनौतियों का तुरंत जवाब देने के लिए तैयार है। चिंता की कोई बात नहीं है और हम स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहे हैं।

कोरोना वायरस की भयानक महामारी भूले नहीं लोग

कोरोना वायरस की भयानक महामारी को लोग अभी तक नहीं भूल पाए हैं। कोरोना का वो प्रकोप आज भी जब लोगों के जहन में आता है तो लोग सिहर उठते हैं। इस वायरस ने देश में लाखों लोगों की जान ले ली थी। साथ ही दुनियाभर के अन्य देशों में भी भारी संख्या में लोग अपनी जान गवां बैठे थे। कोरोना वायरस की शुरुवात चीन से हुई थी। जिसके बाद ये भारत समेत और देशों में तेजी से फैल गया था।